ये भारत का दुर्भाग्य है कि हर 16 मिनट में भारत में एक रेप केस हो रहा है
भारत का इतिहास रहा है महिलाओं को पूजा जाता है, ये उन वीरों की धरती है, जहां एक सिखंडी के सामने भीष्म पितामह अपने हथियार डाल दिए थे और मृत्यु को चुने थे, उनके देश में बलात्कार जैसा गिनाउना पाप हो रहा है |
हम भारतीयों को शर्म आनी चाहिए, नाक रगड़ कर मर जाना चाहिए, क्या एक औरत के साथ दुष्कर्म करना ही मर्दंगी है
क्योंकि हम सभी अपने बच्चों को शिक्षा तो दे रहे हैं लेकिन संस्कार बिल्कुल नहीं , हमारा समाज शिक्षित तो हो रहा है लेकिन संस्कार एक दम ख़तम होता जा रहा है |
हमारे बच्चे वेस्टर्न से बहुत प्रभावित हो रहे हैं लेकिन हमारी सरकार वेस्ट सरकार की कॉपी नहीं है, पब्लिक प्लेस पर भी रेप जैसी घटनाएं हो रही हैं लेकिन सरकार सिर्फ भाषण दे रही है ,क्यूकी सरकार को ये देखना है कि रेप करने वाला किस पार्टी का समर्थक है किस कास्ट का है, यही काम हमारा भी है हम सभी समुदाय देख कर विरोध करते हैं ये हालात है हमारी, यही सत्य है|
जब तक हम सब बलात्कारी को सिर्फ बलात्कारी कहना शुरू नहीं कर देते और सरकार बलात्कारी का नाम बताए बिना उसे सिर्फ बलात्कारी ही संबोधित करे, और इनको सार्वजनिक दंड मिलनी चाहिए कम से कम इतना नहीं हो जाता तब तक कोई उम्मीद मत रखिए।
